फैजुल्लागंज स्थित निजी अस्पताल का पुलिस खेल सामने आया, पीड़ित का केस दर्ज करने के बजाय भगाया, जांच शुरू

Dec 26 2022

फैजुल्लागंज स्थित निजी अस्पताल का पुलिस खेल सामने आया, पीड़ित का केस दर्ज करने के बजाय भगाया, जांच शुरू

लखनऊ। फैजुल्लागंज मेड स्टॉर हॉस्पिटल में बिल खातिर स्टॉफ तीमारदारों को तीन दिन तक बंधक बनाए रखने और पिटाई के मामले में एक नया खेल सामने आया है। पुलिस ने पीड़ित का केस न दर्ज करके अस्पताल से जाने के लिए मुहैया करा कर भगा दिया। बताया यह भी जाता है कि डिप्टी सीएम के फोन आने बाद मरीज वह तीमारदारों को छोड़ा गया। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है मामले की जांच दो सदस्यीय कमेटी करेगी।
बता दें कि लखीमपुर खीरी के निघासन के रहने वाले राम औतार की आंतें फट गई थीं। परिजनों ने बंधा रोड स्थित मेड स्टार हॉस्पिटल में दस दिसंबर को भर्ती कराया था। तीमारदार शिव नारायण का आरोप है कि ऑपरेशन के नाम पर ढाई लाख रुपये वसूले गए। 75 हजार बकाया होने पर भुगतान में असमर्थता जताई तो डिस्चार्ज करने से मना कर दिया। तीन दिन बकाया भुगतान न होने पर बंधक बनाए रखने का आरोप है। पीड़ित तीमारदार ने एक रिश्तेदार की मदद से डिप्टी सीएम पास फोन कराया। डिप्टी सीएम ने सीएमओ को फोन करके मामले में कार्रवाई के आदेश दिए। जिसके बाद मरीज संग तीमारदार को छोड़ा गया। तीमारदार का आरोप है
डिप्टी सीएम का फोन न आता तो अस्पताल बिना भुगतान लिए छोड़ता भी नहीं। पुलिस ने भी कार्रवाई बजाए डराकर घर भेज दिया। डिप्टी सीएमओ डॉ.एपी सिंह ने बताया मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।